आज मैंने एक ऐसे इंसान को दुखी देखा, जिसे मैंने कभी सांत और दुखी नहीं देखा है | कारन बिस्वास जो उसने किसी पर किया जिसे हम कभी कभी प्यार का नाम देते है, इस दुनिया में बहुत काम लोग होते है जिसे ये नसीब दोनों तरफ से होती है, पर की करे ये तो दुनिया का दस्तूर है की कोई भी आपने नेचर को छुपा कर जयादा दिन तक नहीं रख सकता है वो कभी न कभी तो सामने आता ही है और सायद इसका दुःख उनलोगो को होता है जो ज्यादा ही इमोशनल होते है और सायद वह लकी थी जिसे ये सब पहले मालूम चल गया |
सायद उसे कुछ टाइम लगेगा इनसब चीजों से उभरने में जैसा की सभी के साथ होता है पर ना जाने क्यों उसके मन में एक डर था जो मुझे दुःख से ज्यादा उसके चेहरे में दिख रहा था | वो कही ना कही उसके चहरे पर आज दिन भर दिखा मे कुछ पूछ नहीं पा रहा था |
कैसे कोई प्यार करता है और सामने वाले पर उसे इतनी जल्दी भरोसा हो जाता है ना जाने क्यों और किसे गलत बोलू समझ नहीं आता है | मै जनता हु दुषरे तरफ से कोसी करेगा उसे कन्वेन्स करने के लिए और ये हो भी जायेगी, पर उसने इसके ऊपर इतने गंदे इल्जाम लगैया है की उसे कन्वेन्स नहीं होना चाइये पर देखते है |
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